सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया । सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत् ।।
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कांग्रेस और खालिस्तान में गर्भनाल का रिश्ता
माँ और सन्तान के बीच गर्भनाल का रिश्ता ही ऐसा होता है, कि प्रसव के बाद शरीर अलग होने के बावजूद भी आत्मीयता बनी रहती है। सन्तान को पीड़ा हो त...
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अर्थात सिर कटाने से भी वृक्ष बचता है तो यह भी सस्ता सौदा है। इस तरह पर्यावरण संरक्षण के लिए जीवन तक बलिदान करने की प्रेरणा देता है बिश्न...
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आओ आपको लिए चलते हैं द्वापर युग के चक्रवर्ती सम्राट भरत के हस्तिनापुर राजदरबार, जहां दुनिया में पहली बार प्रजातंत्र जन्म ले रहा है। जी ह...
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( 'डाकोत ब्राह्मण कुलीन वंश परंपरा' पुस्तक की समीक्षा, यह पुस्तक असम के जिला होजाई के निवासी श्री बृजमोहन भार्गव जी ने समीक्षा हे...
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